बीजेपी की वापसी,उम्मीदें और अंदेशे:नज़रिया:डॉ मोहम्मद मंजूर आलम
लोकतंत्र में चुनाव सबसे महत्वपूर्ण होता है लोगों को अपनी मर्जी और अपनी पसंद की सरकार चुनने का मौका मिलता […]
लोकतंत्र में चुनाव सबसे महत्वपूर्ण होता है लोगों को अपनी मर्जी और अपनी पसंद की सरकार चुनने का मौका मिलता […]
अशफाक कायमखानी।जयपुर। किसी भी राजनीतिक दल से सहमति व असहमति अपनी जगह होते हुये यह मानना होगा कि 2014 की
(नजरिया:डॉक्टर मोहम्मद मंजूर आलम) आम चुनाव लगभग पूर्ण होने वाला है छ: चरणों के चुनाव हो चुके हैं अंतिम चरण
डॉक्टर मोहम्मद मंजूर आलम रमजान उल मुबारक रहमतों मगफिरतों और आतिश जहन्नम से निजात हासिल करने का महीना है-यह गम
शीबा असलम फ़हमी बुर्का पर प्रतिबंध लगाने के शिवसेना के हालिया बयान का आतंकवाद या सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं
मोहम्मद वाशीक़:पापुलर फ़्रन्ट दिल्ली कारण,तर्क और विज्ञान के साथ उन लोगों को एक जवाब जो कहते हैं “मेरी ज़िंदगी, मेरे
(फजलुर्रहमान क़ासमी इलाहाबादी) इस्लामी शरिया के अनुसार सबसे पवित्र रमजान शीघ्र आने वाला है ,इस्लाम में इस महीने को काफी
लोगों के बहुत सारे सवाल हैं।। हमारे बहुत सारे दोस्तों ने वामपंथ की आरएसएस से तुलना की और दलील यह
साल बदले,प्रत्याशी बदले,प्रत्याशियों ने भी अपने पाले बदले,जनता ने अपना इरादा बदला,चुनाव आयोग ने भी इस लोकसभा का परिसीमन बदला
‘सदाए दिल’डॉ.यामीन अंसारी देश में जब भी चुनाव का मौसम आता है, राजनीतिज्ञों की ज़बान बेकाबू हो जाती है। संवैधानिक