लेख, विचार

लेख, विचार

लोकतंत्र के अस्तित्व के लिए सेक्यूलर पार्टियों का गठबंधन अपरिहार्य है

डॉ मोहम्मद मंजूर आलम इलेक्शन 2019 की तारीखों का ऐलान हो चुका है सभी पार्टियों की तैयारियां जारी है 23 […]

खास ख़बरें, देश, बिहार, लेख, विचार

नज़रिया – मुस्लिम प्रतिनिधित्व को कुचलने के लिए बेक़रार कन्हैया कुमार

मौसम के रूख के साथ राजनीति का रूख भी बदलना शुरू हुआ है। जैसे-जैसे सर्दी से बसंत की तरफ बढ़

खास ख़बरें, देश, लेख, विचार, विदेश, संपादकीय

चीन को लेकर अभी-अभी देखा गया एक सपना, सपने में सुना मोदी का भाषण

रवीश कुमार भाइयों बहनों, हम चीन को पिचकारी मार-मार कर रंग देंगे। चीन ने आतंकी का साथ दिया है। उसकी

देश, लेख, विचार

चीखते घोटाले खामोश मीडिया-भारत राष्ट्रीय संप्रभुता का निर्लज्ज समझोता

रक्षा सौदों एवं इससे जुड़े मुद्दों पर अक्सर रक्षा विशेषज्ञों ,अन्तराष्ट्रीय-राष्ट्रीय मीडिया की पैनी नज़र रहती है परंतु कुछ मसले

मुस्लिम दुनिया, लेख, विचार

दुनिया ने महिलाओं को आजादी के नाम पर पर्दे से निकाल कर बहुत बड़ा जुल्म किया है: मौलाना उसामा कासमी

दुनिया ने महिलाओं को आजादी के नाम पर पर्दे से निकाल कर बहुत बड़ा जुल्म किया है, उनके ऊपर दोहरी

देश, लेख, विचार

सड़कों पर जुलूस निकाल’पाकिस्तान मुर्दाबाद’करने के बजाय उन टीवी चैनलों की शवयात्रा निकाली जाये जो लोकतंत्र और शांति के लिये खतरा बन गए हैं।

हेमंत कुमार झा:पाकिस्तान से निबटने के लिये तो सेना है, रक्षा और विदेश विभाग का थिंक टैंक है, लेकिन मीडिया

खास ख़बरें, देश, लेख, विचार

लड़ाई और युद्ध में सिर्फ मानवता ही नहीं बल्कि प्रकृति को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है

बिपिन कुमार शर्मा/मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:”युद्धा को युद्ध विराम और अयुद्धा को युद्ध लेकर चिंतित करती मन की विषमता परेशान करती

Scroll to Top