CAA & NRC पर इम्पार ने लोगों से मांगा सुझाव।

सांसद रघु के राजू से मुलाक़ात कर के CAA & NRC की समस्याओं से उनको अवगत कराया और उसकी बारीकियां भी बताईं

नयी दिल्ली: इम्पार ने NRC & CAA के बारे में मुस्लिम समुदाय की चिंताओं से अवगत कराने के लिए पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ विधायी नियमों पर संसदीय उपसमिति के अध्यक्ष और सांसद रघु के राजू से उनके आवास पर मुलाकात की। डॉ एमजे खान के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने सांसद महोदय को बताया कि किस तरह से आसाम में लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि किस तरह से बड़े पैमाने पर सभी समुदायों के लोगों को परेशानियों के साथ-साथ टॉर्चर और करेक्शन से गुजरना पड़ता है, क्योंकि डॉक्यूमेंट जमा करना कोई आसान काम नहीं है। ऐसे समय में जबकि भारत जैसे लोकतांत्रिक और महान देश में बाढ़ की वजह से लाखों लोग हर साल पलायन करते हैं। उनके पास डॉक्यूमेंट कहां होंगे ? और वह कैसे डोकोमेंट ला सकते हैं ?

प्रतिनिधिमंडल ने सांसद को यह भी बताया कि 1.80 मिलियन लोग अपनी नागरिकता प्रमाणित करने में असमर्थ होंगे, जिसमें 1.20 मिलियन हिंदू समुदाय के लोग शामिल होंगे। प्रतिनिधिमंडल ने मिस्टर राजू से अनुरोध किया कि वह प्रतिनिधिमंडल और इंपार द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं से गृह मंत्रालय को अवगत कराएं और अगर एनआरसी CAA लाना जरूरी ही हो तो ऐसे कानून बनाए जाएं जो आसान हों और जिसमें लोगों के साथ भेदभाव की संभावना 0% भी ना हो, ताकि लोगों को अपनी नागरिकता प्रमाणित करने में किसी तरह की कोई दिक्कत या परेशानी ना आए।

इम्पार के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि मिस्टर राजू ने उनके द्वारा बताई गई समस्याओं को हमदर्दाना तरीके से न सिर्फ सुना बल्कि उन्होंने इस बात का आश्वासन भी दिया कि वह हर तरह से मदद करेंगे, जिससे लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कत परेशानी ना आए। इम्पार ने यह भी कहा कि जल्द ही विस्तार से कम्युनिटी कंसर्न को लेकर के 1 नोट भी वह सांसद महोदय को सौंपेगा और उनसे अपेक्षा करेगा कि वह गृह मंत्रालय को इसे भेजें, ताकि गृह मंत्रालय इस पर संवेदनशील होकर के गौर करे।

सांसद ने इम्पार के प्रतिनिधिमंडल को यह भी कहा कि वह विस्तार से एक प्रेजेंटेशन उन्हें दें, ताकि वह इसके बारे में आगे की कार्यवाही कर सकें। साथ ही उन्होंने इम्पार से कहा कि वह कमेटी के बाकी 15 मेंबरों से भी मुलाकात अलग-अलग करें और उन को कम्युनिटी की समस्याओं और चिंताओं से अवगत कराएं। साथ ही देशवासियों को जो परेशानियां आ सकती हैं या असम समेत देश के विभिन्न कोनों जैसे बाढ़ ग्रस्त इलाकों के जो अनुभव हैं, उससे कमेटी के बाकी 15 सदस्यों को अवगत कराएं। इंपार ने लोगों से अपील की है कि लोग बेहतर तरीके जो उनके मन और दिमाग में हैं उन को भेजें ताकि इंपार बाकी समिति के सदस्यों से मुलाकात करके उन्हें उनके बारे में अवगत कराए और बेहतरीन पेरजेंटेशन दे।

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