जानें, विवादों में आए ताजमहल से भारत सरकार को कितनी होती है सालाना कमाई…

नई दिल्ली, ताजमहल सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्व भर में अपनी विषेश खुबसूरत नक्काशी और कारीगरी के लिए शुमार है। गुम्बदनुमा इस इमारत को जब आप सिर उठाकर देखेंगे तो यह किसी अजूबे से कम नहीं लगेगा।

इसकी खुबसूरती की वजह से ही इसे दुनिया के सात अजूबों में शुमार किया गया है। इसे विषेश किस्मों के सफ़ेद संगमरमर से बनवाया गया है। यह पत्थर बग़दाद, अफगानिस्तान, मिश्र, आदि कई देशों के अलावा राजस्थान से भी मंगवाए गए थे।

ताजमहल मुग़ल बादशाह शाहजहां की तीसरी बेगम मुमताज महल की मज़ार है। मुमताज के गुज़र जाने के बाद उनकी याद में शाहजहां ने ताजमहल बनवाया था। ऐसा कहा जाता है कि मुमताज़ ने अपनी जिंदगी के आखिरी दिनों में मकबरा बनाए जाने की ख्वाहिश जताई थी जिसके बाद ही शाहजहां ने ताजमहल बनावाया।

इसके चारों कोनों में चार मीनारे स्थित हैं। शाहजहां ने इस अद्भूत इमारत को बनवाने के लिए बगदाद और तुर्की से कारीगरों को बुलवाया था। ऐसा माना जाता है कि ताजमहल बनाने के लिए बगदाद से एक कारीगर बुलवाया गया जो पत्थर पर घुमावदार अक्षरों को तराश सकता था।

बुखारा शहर से भी एक कारीगर को बुलवाया गया था, जो संगमरमर के पत्थर पर फूलों को तराशने में माहिर था। वहीं गुंबदों का निर्माण करने के लिए तुर्की के इस्तांबुल में रहने वाले कुशल कारीगर को बुलाया गया और इसी प्रकार अलग-अलग जगह से आए करीगरों ने ताजमहल बनाया था।

1632 ईस्वी में शुरू हुआ ताजमहल के बनने के काम करीब 22 साल तक चला। इसे बनाने में तक़रीबन 20 हजार मजदूरों ने योगदान दिया था। यमुना नदी के किनारे सफेद पत्थरों से निर्मित अलौकिक सुंदरता की तस्वीर ‘ताजमहल’ आज ना केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में अपनी पहचान बना चुका है। प्यार की इस निशानी को देखने के लिए दूर देशों से हजारों सैलानी यहां आते हैं।

आइए जानते हैं ताजमहल से भारत सरकार को सालना कितना होता है फायदा…

वित्तीय वर्ष 2016-17 में 49 करोड़ 67 लाख 89 हज़ार 740 रुपए का राजस्व मिला था। 2017-18 में 56 करोड़ 83 लाख 6 हज़ार 551 रुपए की की आमदनी हुई थी। 2018-19 में 81 करोड़ 95 लाख 46 हज़ार 355 रुपए का राजस्व सरकार को प्राप्त हुआ। 2019-20 में 1 अरब 6 करोड़, 82 लाख 88 हज़ार 915 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। 2020-21 कोरोना महामारी की वजह से कमाई बहुत कम हुई। 2021-22 में ताज महल से आय के संकेत फिर से पटरी पर लौटने के मिले हैं। साल 2021 में 1.3 मिलियन यानि लगभग 12 लाख घरेलू पर्यटकें का दीदार किया।

वहीं अगर ताजमहल की दीदार की बात करें तो दुनिया भर के लोग ताज के दीदार को आते हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से लेकर डोनाल्ड ट्रंप जैसी हस्तियों ने ताज का दीदार किया है। पिछले साल डेनमार्क की प्रधानमंत्री एम फ्रेडरिक्सन ने भी अपने पति के साथ ताज का दीदार किया था।

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