नई दिल्ली :(اरुखसार अहमद) वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में भारतीय मुस्लिम महिला बॉक्सर निकहत ज़रीन ने टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली है। बुधवार को इस्तानबुल में हुए सेमीफाइनल में निकहत ने ब्राज़ील की कैरोलिन डे एल्मीडा को शिकस्त दी है।
पूर्व जूनियर वर्ल्ड चैम्पियन निकहत ज़रीन ने मैच में शानदार खेल दिखाया और 5-0 से इस मुकाबले को जीत लिया। 52 किग्रा. कैटेगरी में खेलने वालीं निकहत ज़रीन के पास अब मौका है कि वह वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप को जीते और भारत, का नाम रोशन करे।
निकहत ज़रीन की यह कामयाबी मुस्लिम महिलाओं के लिए भी एक मिसाल होगी। बता दें कि निखत इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज हैं। फाइनल में जगह बनाने के साथ ही उन्होंने कम से कम रजत पदक पक्का कर लिया है। फाइनल मैच में निखत का सामना थाइलैंड की जुतामास जितपोंग के साथ होगा।
25 साल की निखत जरीन ने क्वॉर्टर फाइनल में इंग्लैंड की चार्ली डेविसन को एकतरफा मुकाबले में हराया था। निखत ने चार्ली के खिलाफ 5-0 के अंतर से जीत दर्ज की थी। निखत के अलावा मनीषा ने भारत के लिए इस प्रतियोगिता में दूसरा पदक पक्का कर लिया है।
𝙂𝙊𝙇𝘿𝙀𝙉 𝙍𝙐𝙉 ! 🤩
🇮🇳’s @nikhat_zareen becomes first 🇮🇳 boxer to cement her place in the 𝐟𝐢𝐧𝐚𝐥 of #IBAWWC2022 as she displayed her lethal form🔥 to eke out 🇧🇷’s Caroline in the semifinals! 🦾🌟
Go for the GOLD! 👊#PunchMeinHaiDum #stanbulBoxing#boxing pic.twitter.com/PDrq9x9qbh
— Boxing Federation (@BFI_official) May 18, 2022
मनीषा ने 57 किलोग्राम भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल मैच में मोनखोर को 4-1 से हराया था। इसके बाद सेमीफाइनल मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। इटली की इरमा टेस्टा ने उन्हें पराजित किया है। वहीं तुर्की के इस्तांबुल में इस बार 12वीं आईबीए महिला विश्न मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आयोजन हो रहा है। इसमें 73 देशों के कुल 310 मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं। भारत, कजाकिस्तान, तुर्की और यूक्रेन से सर्वाधिक 12-12 मुक्केबाज यहां पहुंचे हैं।
