कानपुर में इस साल मुसलमान नहीं निकालेंगे मोहर्रम का जुलूस

नई दिल्ली, यूपी के कानपुर में शिया मुसलमानों ने इस साल मुहर्रम पर जुलूस नहीं निकालने का फैसला लिया है। समुदाय ने किसी भी तरह की घटना से बचने के लिए इस बात का फैसला किया है।

कोविड महामारी के कारण पिछले दो सालों को छोड़कर यहां कई वर्षों से जुलूस को निकाला जा रहा है। हालांकि, इस साल जुलूस निकालने की संभावना थी, लेकिन शियाओं ने जुलूस नहीं निकालने का फैसला किया।

बता दें जुलूस में ज्यादातर शिया लोग कुर्ता-पायजामा पहनते हैं, लड़के पीठ और कंधों के बीच रस्सियों और घंटियों के साथ इमामबाड़ा, कर्बला और इमाम चौक पर जाते हैं और साथ ही ‘हां हुसैन, या हुसैन’ के नारे लगाते हैं। तंजीम निशान-ए-पाइक कासीद-ए-हुसैन के खलीफा शकील और तंजीम-अल-पाक कासिद-ए-हुसैन के सदस्य लोगों से चंदा लेकर हर साल जुलूस निकालते हैं।

जुलूस के वर्तमान प्रभारी कफील कुरैशी ने कहा कि इस साल मुहर्रम के मौके पर जुलूस नहीं निकाला जाएगा। उन्होंने कहा, “शहर के माहौल को ध्यान में रखते हुए इस साल जुलूस नहीं निकालने का फैसला किया गया है। हमने लोगों से इस मोहर्रम में अपने घरों में नमाज अदा करने और शहर में शांति बनाए रखने में मदद करने की अपील की है।

ऐसा ही फैसला खलीफा शकील ने भी लिया है। खलीफा शकील ने कहा, “इस साल जुलूस नहीं निकलेगा। प्रशासन को भी इस बारे में अवगत करा दिया गया है। 3 जून की हिंसा के बाद शहर के माहौल को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। हमने लोगों से कहा है कि वे ऐसे किसी भी काम में शामिल न हों, जिससे शहर की कानून व्यवस्था प्रभावित हो।” संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा, “यह निर्णय शहर की शांति के लिए है। दोनों खलीफाओं की पहल का सभी को स्वागत करना चाहिए।”

 

 

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top